Ticker

6/recent/ticker-posts

Advertisement

किसान कि जिंदगी, The Life of Indian Farmers

दोस्तों, आज हम भारतीय किसान के जीवन और उसकी दशा का विवरण करेंगे।

दोस्तों आप सभी जानते हो कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे देश कि 60% के करीब आबादी कृषि क्षेत्र से जुड़ी हुई है और खेती किसानी करके अपना जीवन यापन करती है । कृषि क्षेत्र का भारत कि अर्थवयवस्था में बहुत बड़ा योगदान है । भारत का किसान बहुत ही मेहनती और कर्मठ है जो गर्मी-सर्दी ,धूप-बारिश आदि सभी विषम परिस्थितियों को सहन करके भी पूरे भारत और दुनिया का पेट भरता है। लेकिन सदियों से किसान का शोषण होता आ रहा है। वर्तमान में भी हमारे देश के किसानों की दशा बहुत अच्छी नहीं है । सारे संसार का पेट भरने वाला किसान खुद भूखा मरने की कगार पर है । ना ही किसानों को सरकार से कुछ सहायता मिलती है और ना ही फसलों के अच्छे भाव मिल पाते है । कृषि यंत्र , बीज , दवाई छिड़काव और कृषि खर्च बहुत ज्यादा बढ़ गए है जबकि किसान को फसलों के भाव बहुत कम मिलते है , साथ ही किसानों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । भारतीय किसान बहुत ही गरीब , पिछड़ा  और कर्जदार होता जा रहा है । 


किसान पर कविता :-

धूप है छांव है, जलते तेरे पांव है
धारा के विपरित बहती तुम्हारी नाव है।

जिसने भूख मिटाई, उसको कहते भगवान हैं
जिसने हमको अन्न दिया, वो भारत का किसान है।

कभी बाढ़ ने, कभी सूखे ने सताया है
खुद को भूखा रखकर, तूने हमें खिलाया है।

हर पल तुम परिश्रम करते हो,
लाखों लोगों कि भूख तुम अपने पसीने से हरते हो,
किसान फिर क्यों तुम भूखे मरते हो !

तुम्हारी मेहनत को चुहें और नेता खा जाते हैं,
भूखों को कुछ मिलता नहीं, अनाज खुले में सड़ जाते हैं

और मेरे देश के किसान भूखे ही मर जाते हैं।।


किसान का दैनिक जीवन 


                  Sharechat.com

भारत के किसान दुनिया भर के सबसे कठिन श्रमिक किसान हैं। वे रात-दिन काम करके फसलों के लिए हमेशा व्यस्त रहते हैं। वे सूरज की रोशनी के नीचे और बारिश में भी काम करते हैं। वे किसी भी मौसम से नहीं डरते है, वे केवल उनकी फसल अच्छी और शानदार पैदा करने के लिए चिंतित रहते हैं।

वे सूरज उगने से पहले सुबह जल्दी उठते है और वे सूरज के अस्त होने के बाद ही सोते हैं। उन्हें सबसे अच्छी नींद आती है,क्योंकि वे दुनिया के सबसे मेहनती इंसान हैं जो खेती करते हैं। वे भूमि की जुताई करते हैं और फसलों की प्रप्ति के लिए बीज बोते हैं। वें बहुत परिश्रम करके धरती से सोना (फसल) उगाते हैं।



कुछ समय बाद जब फसलें कुछ बड़ी हो जाती हैं और पौधे में परिवर्तित हो जाती हैं और पौधे से फसलें निकलने लगती हैं, फिर से फसल को चोरी से काटने वाले चोरों से बचाव शुरू कर देते हैं। जब फसल पक कर काटने के लिए तैयार हो जाती है, तो वे फसलों को काटकर घर ले जाते हैं। 

किसान बैलगाड़ी को फसलों को लाने या ले जाने के लिए उपयोग करते हैं। बैलगाड़ी किसान की जिंदगी में बहुत महत्वपूर्ण होती है। किसान की पत्नी और बच्चे उसकी हर गतिविधि में उसकी मदद करते हैं जो उनके लिए संभव होता है ।


किसान की आर्थिक स्थिति


भारत का किसान गरीब है और यह गरीबी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसका मतलब है कि हर कोई इससे अवगत है। भारत के किसान गरीबी के कारण दिन का दो समय का भोजन अपने लिए नहीं जुटा पाते। वे फटे पुराने कपड़े पहनने को विवश होते हैं जो उनके पूरे शरीर के लिए उपयुक्त नहीं होते।
वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में असमर्थ हैं और वे अपने बच्चों की आवश्यकता को पूरा नहीं कर सकते हैं। उनके बच्चे ऐसे बच्चे हैं जो बेहतर जीवन का सपना नहीं देख सकते।
 किसान अपनी बेटी और बेटे को बढ़िया पोशाक देने में असमर्थ रहते हैं। किसान की पत्नी वह अभागी महिला है जो अपने परिवार के लिए बहुत सारे बलिदान करती है। क्यूंकि उसका पति बहुत ज्यादा खर्च करने में असमर्थ होता है तो वह अपनी सजावट के लिए कुछ भी इस्तेमाल नहीं करती है । वह परिवार के हर किसी सदस्य को खुश रखती है। किसान की पत्नी भी किसान की तरह काम और मेहनत करती है। वह सब काम करती है जो घर का होता है और साथ में पशु पालन रख रखाव में भी हाथ बंटाती है । वह गायों के गोबर से उपले भी बनाती है जोकि भोजन बनाने के लिए ईंधन के रूप में इस्तेमाल होते हैं। 

किसान धन उधारदाताओं और भूमि के कर लेने वालों से परेशान हो जाता है। जिसके कारण वह अपने स्वयं के जीवन का आनंद नहीं ले सकता । भारत के किसान उस निवास की भी मांग नहीं करते हैं जो उनके लिए सबसे उपयुक्त है। वे तो छोटी सी झोपड़ी में भी खुश हो जाते हैं।


किसान का सामाजिक जीवन



भारतीय किसान सभी सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बहुत ही सरल तरीके से मनाता है। उनके पास इतना पैसा नहीं है कि वे उन सभी मंहगी चीजों का खर्च उठा सकें जो सामाजिक और संस्कृति के त्योहारों में इस्तेमाल की जाती हैं।  वह अपनी बेटी और बेटे की शादी की व्यवस्था करता है और अपनी आय के हिसाब से बच्चों कि शादी संपन्न करवाता है।  वह अपने सभी प्रयासों को लगाकर अपने परिवार, रिश्तेदारों और पड़ोसियों के मनोरंजन और खानेपीने की व्यवस्था के लिए भी बहुत सारी गतिविधियां करता है।

स्थिति सुधारने हेतु महत्वपूर्ण कदम

Hindi_Asiantv.news
भारत में ऐसे बहुत से किसान हैं जो साधारण जीवन जी रहे हैं। उनके पास इतनी सुविधा नहीं है कि वे अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें। आए दिन खबरें आती हैं कि भारत के किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
यह मुख्य और सबसे महत्वपूर्ण मामला है जिसे रोका जाना चाहिए। वे आत्महत्या क्यों कर रहे हैं? भारत के लोगों को इसके बारे में सोचना चाहिए। वे पूरे दिन का भोजन तक नहीं जुटा नही पाते क्योंकि उन्हें अपनी मेहनत का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है।
सभी किसान वास्तव में बहुत ही सच्चे और परिश्रमी हैं। हमें उनके काम का सम्मान करना चाहिए क्योंकि हम जो कुछ भी खाते हैं, केवल उनकी वजह से ही संभव है। वे केवल भगवान पर निर्भर हैं।
अंत में हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि  भारत सरकार धरतीपुत्र किसान की तरफ विशेष ध्यान दें। किसानों को सभी जरूरत का समान समय से और उचित मूल्य पर मुहैया करवाएं। किसानों को अच्छे बीज, खाद, कीटनाशक , सिंचाई के साधन आदि उचित मूल्य पर उपलब्ध कराए ताकि किसान अच्छी फसल प्राप्त कर सके और भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभा सके । सरकार को किसानों कि फसलों के अच्छे भाव देने चाहिए। पूरे भारत में मंडियों कि सुचारू व्यवस्था करनी चाहिए । फसल बीमा योजना आदि महत्वपूर्ण  योजनाएं  सुचारू रूप से चलाए जिससे किसानों को विपरित मौसम की वजह से होने वाले फसलों कि हानि होने पर वितिय सहायता मिल सके और किसान कर्जदार होने से बचा रहे । तभी भारतीय किसानों कि आत्महत्याएं रुक पांएगी। जब भारत का किसान खुश होगा ,तभी पूरा देश खुश हो पाएगा । भारत असल में तब मजबूत और उन्नत होगा जब भारत का किसान संपन्न और सुदृढ होगा । अत‌: सरकार से निवेदन है कि किसानों को मजबूत और उन्नत बनाने के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाए और धरातल पर उनका ठीक से अनुपालन हो तभी भारतीय किसान आत्मनिर्भर और सुदृढ होगा और  किसान सम्मान कि जिंदगी जी सकेगा ।
                                          वन्दे मातरम् !

 

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

Please do not enter any spam link in the comment Box .

h